ना कोई धमाका हुआ और ना ही किसी दूसरे शख्स की गई जान,घर की बालकनी में घूमते अल ज़वाहिरी को किया अमेरिका ने ढेर,
There was no explosion nor any other person's life, roaming in the balcony of the house, America killed Al Zawahiri,

अमेरिका ने सबसे बड़े आतंकी को किया ढेर
ज़वाहिरी के खात्मे के लिए 200 दिन किया इंतजार
दुनिया की सबसे खास R9X मिसाइल से अमेरिका ने सबसे बड़े आतंकी को किया ढेर।
ना कोई धमाका हुआ और ना ही किसी दूसरे शख्स की गई जान
घर की बालकनी में घूमना अल ज़वाहिरी को पड़ गया भारी
काबुल। दुनिया के सबसे बड़े आतंकवादी अल ज़वाहिरी को खत्म करना अमेरिका के लिए बहुत मुश्किल काम था।
अलकायदा के मुखिया अल ज़वाहिरी का खात्मा किए बिना 1 साल पहले अमरीका को मजबूरी में अफगानिस्तान छोड़ना पड़ गया।
अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार बनने के बाद यह लगने लगा था कि दुनिया के सबसे मोस्ट वांटेड आतंकवादी का खात्मा करना अब अमेरिका के लिए आसान नहीं होगा।
लेकिन अमेरिका ने वही कर दिखाया जिसके बारे में कोई सोच नहीं रहा था। अफगानिस्तान को छोड़ने के बाद भी अमेरिका ने ज़वाहिरी के खात्मे के सबसे स्पेशल मिशन को कभी खत्म नहीं किया।
पिछले 11 साल से अमेरिका लगातार अपने सबसे खास मिशन को पूरा करने के लिए जमीन और आसमान पर डटा रहा।
तालिबान के फिर से ताकतवर होने के बाद अमेरिका की फौजें बेशक अफगानिस्तान की सरजमीं से चली गई थी लेकिन आसमान पर लगातार अमेरिका पूरे अफगानिस्तान को ऑल ज़वाहिरी की तलाश में इंच दर इंच स्कैन कर रहा था।
अल कायदा के मुखिया अल ज़वाहिरी को अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने काबुल के बेहद खास इलाके शेरपुर में पूरी सुरक्षा के साथ पनाह दी हुई थी।
काबुल के शेरपुर इलाके में रखा गया
इस इलाके में चिड़िया भी पर नहीं मार सकती थी। चारों तरफ बेहद खास सुरक्षा व्यवस्था के बीच ज़वाहिरी को परिवार सहित काबुल के शेरपुर इलाके में रखा गया था।
सिक्रेट मिसाइल R9X हैल्फायर को चुना
अमेरिका को जनवरी 2022 में इस बात का पहला सुराग मिला कि अल ज़वाहिरी काबुल के शेरपुर इलाके में हो सकता है।
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने शेरपुर के हर बंगले को ड्रोन के जरिए खंगालने का काम किया। शेरपुर के पूरे इलाके को अमेरिका मिसाइल के धमाके से नहीं उड़ा सकता था। इसीलिए अल ज़वाहिरी के खात्मे के लिए दुनिया की सबसे खास सिक्रेट मिसाइल R9X हैल्फायर को चुना गया।
अमेरिका को उस दिन की तलाश थी जिस दिन ज़वाहिरी कोई आत्मघाती गलती करेगा और 200 दिन के इंतजार के बाद 31 जुलाई 2022 का वह दिन आखिरकार आ ही गया।
अल ज़वाहिरी का परिवार बेहद सतर्कता के साथ अपनी जिंदगी गुजार रहा था। उन्हें जरा भी आभास नहीं था कि अमेरिका आसमान के जरिए शेरपुर के हर घर को लगातार 24 घंटे खास आंखों से देख रहा है।
ड्रोन 24 घंटे लगातार शेरपुर के इलाके के ऊपर ठीक ऊपर तैनात रहते थे।
रविवार को सुबह 6.15 अल ज़वाहिरी को सुबह की ताजी हवा खाने की ललक जाग उठी और वह ताजी हवा खाने के लिए अपनी बालकनी में आ गया। ताजी हवा खाने की ललक ज़वाहिरी के लिए जानलेवा साबित हुई।
अमेरिका को जिस शख्स की बेसब्री से तलाश थी वह कैमरे में कैद हो गया और चंद सेकंडों में ही ड्रोन के जरिए दो R9X मिसाइल बालकनी पर दाग दी गई।
निंजा के नाम से प्रसिद्ध इस मिसाइल से न तो कोई धमाका हुआ और ना ही इमारत को बड़ा नुकसान हुआ।
सीधी बालकनी में जाकर R9X मिसाइल ने अपने टार्गेट अल ज़वाहिरी के टुकड़े-टुकड़े कर दिए।
दुनिया के सबसे खतरनाक आतंकवादी का इस तरह से खात्मा करके अमेरिका ने एक बार फिर अपनी सैन्य शक्ति का लोहा मनवा लिया।