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सिरसा जिला पुलिस आमजन को साइबर अपराधों से बचने के लिए लगातार कर रही है, जागरूक पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण

सिरसा जिला पुलिस
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पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण 

सिरसा जिला पुलिस आमजन को साइबर अपराधों से बचने के लिए लगातार कर रही है, जागरूक पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण  ऑनलाइन फ्रॉड होने पर तुरंत हेल्पलाइन 1930 व साइबर क्राइम वेबसाइट पर दर्ज कराएं शिकायत: -एसपी विक्रांत भूषण।


सिरसा  --- पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया है कि सिरसा पुलिस द्वारा लगातार आमजन को साइबर अपराध से बचाने के लिए साइबर जागरूकता के अभियान चलाए जा रहे हैं। परंतु फिर भी कुछ लोग जल्दी ही अमीर बनने की चाह में साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं।

उन्होंने बताया कि साइबर ठग अलग-अलग तरीकों से व्यक्तियों को लालच देकर उनके साथ ठगी कर रहे हैं । इस संबंध में जानकारी देते हुए एसपी विक्रांत भूषण ने बताया कि साइबर ठगी से बचने के लिए आम नागरिक का जागरूक होना बहुत जरूरी है। साइबर क्राइम ऐसी क्रिमिनल एक्टिविटी है, जिसमें कंप्यूटर, मोबाइल, इंटरनेट के जरिए फ्रॉड किया जाता है । साइबर फ्रॉड गेंग इन साधनों के जरिए लोगों की प्राइवेसी से लेकर अकाउंट से पैसे तक उड़ा लेते हैं, इसके लिए मुख्य रूप से डाटा हैकिंग, फिशिंग मेल, ओटीपी फ्रॉड, मोबाइल फ्रॉड, सेक्सटॉर्शन जैसे बहानो में फंसाकर साइबर अपराध को अंजाम दिया जाता है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साइबर अपराधी इंटरनेट और स्मार्टफोन यूजर को धोखाधड़ी का शिकार बनाने के लिए फ्रॉड के अलग-अलग तरीके अपनाते हैं, वे लोगों के मोबाइल फोन पर एक लिंक भेजते हैं, जिससे लाखों रुपए की लॉटरी की बात करके लोगों को लिंक पर क्लिक करने का लालच देते हैं । इस लिंक का मकसद उनकी बैंक की जानकारी हासिल करना है यह लिंक यूजर को मैसेज या ईमेल के माध्यम से भेजी जाती है। इस प्रकार से लिंक भेजने के बाद आपको अलग-अलग तरह से सदेंश भेजकर आपको प्रभावित किया जाता है, तथा आपको एक मोटी रकम का लालच देकर ठग लिया जाता है। और आपके जीवन भर की जमा पूंजी को साइबर अपराधी कुछ ही पल में हड़प लेते हैं। पुलिस अधीक्षक विक्रांत भूषण ने बताया कि साइबर ठगी से बचने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।


अगर आपको कोई अज्ञात ईमेल या संदेश मिलता है जिसमें आपसे विशेष रूप से पैसे या व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाती है, तो सतर्क रहें और उस संदेश या लिंक को ओपन ना करें इससे आप के साथ फ्रॉड हो सकता है
निजी जानकारी साझा ना करें- अगर कोई आपसे ऑनलाइन पर्सनल जानकारी मांगता है, तो ध्यान रखे एसी जानकारी देने से बचाना चाहिए।

ईमेल फिशिंग से सावधान रहें- अगर आपको ऐसा मेल प्राप्त होता है जिसमे लिंक या फाइल आदमी अटैच्ड हो तो सावधान रहें, क्योंकि यह आपके सिस्टम में वायरस डाउनलोड करने का प्रयास कर सकता है। ऑनलाइन खरीदारी करने से पहले, वेबसाइट की सत्यापितता की जांच करें। विश्वसनीय वेबसाइट जैसे एमेजॉन, फ्लिपकार्ड, स्नैपडील इत्यादि हमेशा अपने ग्राहकों को सुरक्षित और सुरक्षित बनाए रखने के लिए कई सुरक्षा प्रोटोकॉल का उपयोग करती हैं। फैक वेबसाइट या अनसिक्योर वेबसाइट से बचे। अनजान व्यक्ति को कभी भी ओटीपी ना बताएं, ध्यान दें बैंक अधिकारी कभी भी ओटीपी नहीं मांगते हैं, अगर कहीं जरूरत हो तो उक्त बैंक, संस्था या ऑफिस में व्यक्तिगत जाकर संपर्क करें। अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक ना करें, डिस्काउंट ऑफर्स या जॉब के आने वाले लिंक भी अधिकतर फ्रॉड होते हैं इनसे आपका मोबाइल हेग हो जाता है और ठगी के शिकार हो जाते हैं।

किसी भी प्रकार का फ्रॉड होने की स्थिति में लोकल पुलिस या साइबरक्राइम में शिकायत करनी चाहिए. इसके साथ ऑनलाइन टोल फ्री नंबर 1930 पर भी फ्रॉड की शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है साइबर क्राइम होने पर https://www.cybercrime.gov.in पर भी अपनी शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है।

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