गोबिंद कांडा के साथ ईओ को लगा मालाएं पहनने का चस्का: वेद भाट
गोबिंद कांडा के साथ ईओ को लगा मालाएं पहनने का चस्का: वेद भाट
भ्रष्टाचार की जांच के लिए डीएमसी को दी शिकायत
सिरसा।
सिरसा नगर परिषद भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है। शहर के विकास के नाम पर आ रही करोड़ों रुपए की राशि की अधिकारियों व ठेकेदारों द्वारा मिलकर बंदरबांट की जा रही है। प्रदेश यूथ कांग्रेस महासचिव वेद भाट ने नगर परिषद में चल रहे भ्रष्टाचार के इस तिलिस्म को तोडऩे के लिए डीएमसी को दी शिकायत का हवाला देते हुए बताया कि गोविंद कांडा द्वारा शहर में लगातार विकास कार्यों के नारियल तोड़े जा रहे हैं।
जबकि न तो वह विधायक है और न ही उसके पास पार्टी का कोई पद है। इतना ही नहीं नगर परिषद के ईओ अतर सिंह ने भी अब गोविंद कांडा के साथ कदमताल मिलाना शुरू कर दिया है। कार्यक्रमों में गोबिंद कांडा के साथ ईओ को भी मालाएं पहनने का चस्का लग गया है, जिसका उदाहरण बीते दिवस आयोजित कार्यक्रमों में देखने को मिला। इतना ही नहीं कल तक जो ठेकेदार नगर परिषद अधिकारियों पर 42 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगा रहे थे। आज वही ठेकेदार गोविंद कांडा व ईओ अतर सिंह के गुणगान कर रहे हैं।
भाट ने कहा कि शिकायत के बाद कई अधिकारी तो अपना तबादला करवा चुके हंै, जबकि 10 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के एम बी व बिल कौशल निगम के तहत लगे जेई से तैयार करवाए जा रहे हंै। उन्होंने कहा कि नगर परिषद् सिरसा द्वारा शहर में 10 करोड़ के टैण्डर से विकास कार्य करवाये जा रहे हैं। प्रथम दिन से ही यह टैण्डर पूरे शहर में विवादित रहा है। झूठे अनुभव सर्टिफिकेट, एस्टीमेट को बदलने, बनी बनाई गलियों की पैमाईश, एस्टीमेट में वर्णित गलियों के स्थान पर दूसरी गलियां बनाने, फुटपाथ व रेवेन्यू रास्ते के स्थान का ना होना आदि कार्य इस 10 करोड़ के टैण्डर में शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि ईओ अतर सिंह द्वारा अधिकारियों पर बिल बनाने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है, जिसके चलते कई अधिकारी तो छुट्टी पर चले गए और कुछेक ने अपना तबादला करवा लिया। उन्होंने डीएमसी से मांग की कि भ्रष्टाचार के इस पूरे खेल की बारीकि से तुरंत प्रभाव से जांच करवाई जाए, ताकि शहर के विकास के लिए आया पैसा विकास कार्यों में ही लग सके।गोबिंद कांडा के साथ ईओ को लगा मालाएं पहनने का चस्का: वेद भाट
भ्रष्टाचार की जांच के लिए डीएमसी को दी शिकायत
सिरसा।
सिरसा नगर परिषद भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है। शहर के विकास के नाम पर आ रही करोड़ों रुपए की राशि की अधिकारियों व ठेकेदारों द्वारा मिलकर बंदरबांट की जा रही है। प्रदेश यूथ कांग्रेस महासचिव वेद भाट ने नगर परिषद में चल रहे भ्रष्टाचार के इस तिलिस्म को तोडऩे के लिए डीएमसी को दी शिकायत का हवाला देते हुए बताया कि गोविंद कांडा द्वारा शहर में लगातार विकास कार्यों के नारियल तोड़े जा रहे हैं।
जबकि न तो वह विधायक है और न ही उसके पास पार्टी का कोई पद है। इतना ही नहीं नगर परिषद के ईओ अतर सिंह ने भी अब गोविंद कांडा के साथ कदमताल मिलाना शुरू कर दिया है। कार्यक्रमों में गोबिंद कांडा के साथ ईओ को भी मालाएं पहनने का चस्का लग गया है, जिसका उदाहरण बीते दिवस आयोजित कार्यक्रमों में देखने को मिला। इतना ही नहीं कल तक जो ठेकेदार नगर परिषद अधिकारियों पर 42 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगा रहे थे। आज वही ठेकेदार गोविंद कांडा व ईओ अतर सिंह के गुणगान कर रहे हैं। भाट ने कहा कि शिकायत के बाद कई अधिकारी तो अपना तबादला करवा चुके हंै, जबकि 10 करोड़ रुपए के विकास कार्यों के एम बी व बिल कौशल निगम के तहत लगे जेई से तैयार करवाए जा रहे हंै। उन्होंने कहा कि नगर परिषद् सिरसा द्वारा शहर में 10 करोड़ के टैण्डर से विकास कार्य करवाये जा रहे हैं। प्रथम दिन से ही यह टैण्डर पूरे शहर में विवादित रहा है। झूठे अनुभव सर्टिफिकेट, एस्टीमेट को बदलने, बनी बनाई गलियों की पैमाईश, एस्टीमेट में वर्णित गलियों के स्थान पर दूसरी गलियां बनाने, फुटपाथ व रेवेन्यू रास्ते के स्थान का ना होना आदि कार्य इस 10 करोड़ के टैण्डर में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ईओ अतर सिंह द्वारा अधिकारियों पर बिल बनाने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है, जिसके चलते कई अधिकारी तो छुट्टी पर चले गए और कुछेक ने अपना तबादला करवा लिया। उन्होंने डीएमसी से मांग की कि भ्रष्टाचार के इस पूरे खेल की बारीकि से तुरंत प्रभाव से जांच करवाई जाए, ताकि शहर के विकास के लिए आया पैसा विकास कार्यों में ही लग सके।