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हर गरीब के बच्चों को नौकरी-दाखिले में देंगे आरक्षण : कुमारी सैलजा

Every poor child will be given reservation in job admission: Kumari Selja
हर गरीब के बच्चों को नौकरी-दाखिले में देंगे आरक्षण : कुमारी सैलजा

 राहुल-खरगे ने हिस्सेदारी न्याय के तहत जातिगत जनगणना कराने का किया वादा - बिना किसी भेदभाव सभी वर्गों के गरीब परिवारों को मिलेगा लाभ सिरसा।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी की महासचिव एवं सिरसा लोकसभा क्षेत्र से इंडिया गठबंधन की कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी सैलजा ने कहा कि लोकसभा चुनाव जीतने

पर देश के गरीब परिवारों के बच्चों को नौकरी व दाखिले में आरक्षण देने का कानूनी प्रावधान किया जाएगा। यह कदम पार्टी के 5 न्याय में शामिल हिस्सेदारी न्याय को

पूरा करने के लिए उठाया जाएगा। कांग्रेस का मकसद बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के गरीब परिवारों को आर्थिक तौर पर मजबूत करना है। वे

शनिवार को अपने प्रचार अभियान के तहत कालांवाली विधानसभा क्षेत्र में सभाओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने इलाके के 20 से अधिक गांवों में जनसभाओं को

संबोधित किया। अहमदपुर मीरपुर, झोंपड़ा, नेजाडेला कलां, हांडीखेड़ा, वैदवाला, सिकंदरपुर, रसूलपुर, दडबी, फरवाई कलां, बुर्जकर्मगढ़, बनिहारी, भरोखां,

बरूवाली, भावदीन, नरेलखेड़ा, बग्गूवाली, पतली डाबर, मौजूखेड़ा, सूचान, कोटली आदि गांव में लोगों ने कुमारी सैलजा व अन्य कांग्रेस नेताओं का गर्मजोशी व

पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया। कुमारी सैलजा ने कहा कि साल 2011 के बाद देश में जनगणना नहीं हुई है। जो भी योजना बन रही हैं, वह 2011 की जनगणना के

अनुसार ही बन रही हैं। ऐसे में बढ़ी आबादी के हिसाब से कुछ भी भाजपा सरकार नहीं कर रही है। ऐसे में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यख मल्लिकार्जुन खरगे व पूर्व अध्यक्ष

राहुल गांधी ने घोषणा पत्र में साफ-साफ जिक्र किया है कि सामाजिक, आर्थिक और जातिगत जनगणना कराई जाएगी। इसमें सामाजिक आर्थिक स्थितियों का

आंकलन करते हुए जाति एवं उपजाति की गणना भी की जाएगी। कुमारी सैलजा ने कहा कि साथ ही साथ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के

हितों से समझौता नहीं होने दिया जाएगा। आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के अनिवार्य 50 प्रतिशत की सीमा को खत्म करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे। धन वितरण

का सटीक आंकलन करने के लिए एक वित्तीय और संस्थागत सर्वे भी कराया जाएगा। बिना किसी भेदभाव के सभी जातियों और समुदायों में आर्थिक रूप से कमजोर

वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के लिए नौकरी और शैक्षणिक संस्थानों, दोनों में 10 प्रतिशत आरक्षण लागू किया जाएगा। कुमारी सैलजा ने कहा कि चुनाव के अभी तक के चरणों

से साफ है कि देश में राजनीतिक हवा बदल चुकी है, उसे आप बखूबी पहचान भी रहे हैं। इस हवा को जनता ही आंधी बनाती है, इसलिए अब साथ देने की आपकी

बारी है। आपने 10 साल तक हमारी सरकार देखी, लेकिन जब कोई मुद्दा नहीं था तो भाजपाइयों ने जनता के सामने झूठ बोलने की शुरुआत कर दी। कहने लगे कि

कांग्रेस ने देश को लूटा है, काला धन विदेशों में जमा किया है। वहां से काला धन लेकर आएंगे और सभी के खाते में 15-15 लाख रुपये डाल देंगे। सारा देश खाता

खुलवाने के लिए लाइन में लग गया, लेकिन किसी के खाते में एक पैसा नहीं आया। जब जनता ने सवाल उठाया तो भाजपाइयों ने साफ कह दिया कि यह तो चुनावी

जुमला था। कुमारी सैलजा ने कहा कि सिलेंडर के दाम घटाने का वादा करने के बावजूद करीब तीन गुणा कर दिए। विरोध हुआ तो घटाए, लेकिन अब भी साल 2014

के मुकाबले करीब-करीब दोगुने ही हैं। हर घर की महिला जानती है कि महंगाई कहां पहुंच चुकी है। गरीब मजदूर के लिए दाल-रोटी खाना भी मुश्किल हो रहा है।

युवाओं से वादा किया कि हर साल 2 करोड़ रोजगार देंगे, लेकिन असल हकीकत युवा जानते हैं। बेरोजगारी बढ़ी है, लगातार बढ़ रही है। जनता सोचती थी, मोदी

जितना बड़ा आदमी झूठ नहीं बोल सकता, लेकिन सच्चाई आपके सामने आ चुकी है। इस दौरान विधायक शीशपाल केहरवाला, जिला पार्षद करमजीत कौर, वरिष्ठ

कांग्रेसी नेता वीरभान मेहता, कृष्णा फौगाट, बलजिंदर नेहरा आदि इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों के पदाधिकारी, कार्यकर्ता व समर्थक भी मौजूद रहे। ------------

-- राम हमेशा से थे और रहेंगे : कुमारी सैलजा कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा ने कहा कि राम किसी एक राजनीतिक पार्टी के नहीं हो सकते। राम अनंत हैं, हमेशा से

थे, हमेशा-हमेशा रहेंगे। राजनीतिक पार्टी आती-जाती रहती हैं। भाजपा या आरएसएस के सर्टिफिकेट के भगवान राम कभी मोहताज नहीं हो सकते। हमारे तो घरों में

भी एक-दूसरे के लिए नमस्ते या नमस्कार की बजाए राम-राम या जय राम जी ही प्रयोग होता है। आज भी घर में दिन की शुरुआत राम-राम से होती है। फिर राम

सिर्फ इनके कैसे हो सकते हैं। और, राम-राम या जय राम जी बोलने का सिलसिला किसी ने भाजपा या आरएसएस के डर से शुरू नहीं किया। यह सिलसिला तो

पीढ़ियों से चला आ रहा है, जो आज भी बदस्तूर जारी है। लेकिन, ये मानते हैं कि जिसको ये सर्टिफिकेट देंगे, वही राम का नाम ले सकता है। --------------

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