logo

पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन से हुआ अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 का आगाज

International Geeta Mahotsav-2024 started with the great worship of the holy book Geeta.
GEETA
International Geeta Mahotsav-2024

GEETA

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, जांजीबार की सांस्कृतिक एवं खेल मंत्री टीएम माविता, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज सहित अतिथियों ने ब्रह्मसरोवर पर किया गीता पूजन, गीता यज्ञ में डाली पूर्णाहुति

तंजानिया पवेलियन व राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का भी किया विधिवत उद्घाटन व अवलोकन

प्रदेश सरकार के प्रयासों से गीता जयंती को मिला अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का दर्जा - नायब सिंह सैनी

नई दिल्ली, 5 दिसंबर- कुरूक्षेत्र में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 के दौरान मंत्र उच्चारण और शंखनाद की गुंजायमान ध्वनि के बीच पवित्र ग्रंथ गीता के महापूजन से आज मुख्य कार्यक्रम का आगाज हुआ। हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, जांजीबार की सांस्कृतिक एवं खेल मंत्री टीएम माविता, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति डाली और ब्रह्मसरोवर पर पूजन भी किया।

 
इससे पहले सभी गणमान्य ने इस बार के अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2024 के पार्टनर देश तंजानिया के पवेलियन का उद्घाटन करने के उपरांत वहां के खान-पान, रहन-सहन, परिधानों को दर्शाने वाले स्टॉल का अवलोकन किया। इसके पश्चात उन्होंने सूचना, जनसम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का उद्घाटन व अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी के माध्यम से हरियाणा सरकार की 10 साल की उपलब्धिों को विभिन्न विभागों के स्टॉलों के माध्यम से दर्शाया गया है। इसके अलावा, उन्होंने सरस्वती हेरिटेज विकास बोर्ड की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री के साथ सभी गणमान्य, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्यों और अधिकारियों के साथ एक ग्रुप स्मृति चित्र भी करवाया।

 
प्रदेश सरकार के प्रयासों से गीता जयंती को मिला अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का दर्जा - नायब सिंह सैनी
 
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गीता महोत्सव की प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार के प्रयासों से गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का दर्जा मिला। उन्होंने कहा कि 28 नवंबर से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आरम्भ हो चुका है जो 15 दिसंबर तक जारी रहेगा। इस दौरान मानवमात्र को श्रीमद्भगवद्गीता का शाश्वत संदेश दिया जाएगा।

 
उन्होंने कहा कि इस बार अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में यूनाइटेड रिपब्लिक ऑफ तंजानिया सहयोगी देश तथा ओडीशा सहयोगी राज्य है।  उन्होंने कहा कि सहयोगी राज्य ओडिशा के श्री जगन्नाथ मंदिर, पुरी, उत्तर प्रदेश के वृन्दावन में बांके बिहारी मंदिर, मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर, गुजरात में द्वारिकधीश, उज्जैन में महाकालेश्वर और जयपुर में ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देव जी में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव का लाइव प्रसारण किया जा रहा है।

 
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 से लगातार विगत 8 वर्षों से इस महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। महोत्सव में लाखों की संख्या में देश विदेश से लोग भाग लेने के लिए पहुंचते हैं, जो हमारे लिए गर्व की बात है। पिछले वर्ष लगभग 45 से 50 लाख लोगों ने हिस्सेदारी की थी। इस बार भी लाखों लोगों के यहां पहुंचने की उम्मीद है।


उन्होंने कहा कि इस महोत्सव में 18 हजार विद्यार्थियों के साथ वैश्विक गीता पाठ, हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग द्वारा विभिन्न राज्यों के कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम, अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार, ब्रहमसरोवर की महाआरती, दीपोत्सव, 48 कोस के 182 तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।  


गीता महोत्सव ने पूरी दुनिया में बनाई अपनी एक पहचान- स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2024 में सरस और शिल्प मेले का आगाज 28 नवंबर से हो चुका है। इस महोत्सव ने पूरी दुनिया में अपनी एक पहचान बना ली है। महोत्सव की परंपरा का निर्वहन करते हुए हवन यज्ञ, गीता यज्ञ और ब्रह्मसरोवर के पूजन का कार्य किया गया। यह महोत्सव आमजन का महोत्सव बन चुका है और पूरे देश और विदेश के लोग इस महोत्सव के साथ जुड़ चुके है।


पूर्व राज्यमंत्री श्री सुभाष सुधा ने कहा कि इस महोत्सव में हर साल लाखों लोग आते हैं और इस महोत्सव की शिल्पकला, विभिन्न प्रदेशों की संस्कृति और धार्मिक कार्यक्रमों का आनंद लेते है। इस प्रकार के महोत्सव का आयोजन होना एक सौभाग्य की बात है। महोत्सव में शहर की तमाम सामाजिक व धार्मिक संस्थाए अपनी भागीदारी कर रही है। उन्होंने कहा कि यह महोत्सव 15 दिसंबर तक चलेगा और सायंकालीन कार्यक्रमों का आनंद पर्यटक उठा सकेंगे।
 

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now