आखिर कौन हैं करोडों की संपत्ति दान करने वाले त्यागराजन?
आर त्यागराजन श्रीराम समूह के संस्थापक हैं। उनका जन्म 25 अगस्त, 1937 को चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) में हुआ था। उन्होंने अप्रैल, 1974 में श्रीराम समूह की नींव डाली थी। उनके साथ सहसंस्थापक के रूप में एवीएस राजा और टी. जयरामन भी जुड़े थे।
श्रीराम समूह के संस्थापक राममूर्ति त्यागराजन ने अपनी 6000 करोड़ रुपए से अधिक की सपंत्ति दान में देने का फैसला किया है। उन्होंने अपने लिए सिर्फ एक छोटा सा घर और 5 हजार डॉलर (4 लाख रुपए) की कार को छोड़कर अपनी लगभग सारी संपत्ति अपने कर्मचारियों के लिए बने ट्रस्ट में देने का एलान कर दिया है।
86 साल के त्यागराजन ने एक समाचार एजेंसी को दिए साक्षात्कार में कहा, "मैंने 750 मिलियन डॉलर (करीब 6,210 करोड़ रुपए) की संपत्ति दान कर दी है।" हालांकि, उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि उन्होंने संपत्ति कब दान की है।
मैं लोगों की जिंदगी से बुरा दौर खत्म करना चाहता हूं
एक साक्षात्कार में त्यागराजन ने कहा- मैं थोड़ा वामपंथी हूं, लेकिन मैं उन लोगों की जिंदगी से कुछ थोड़ी परेशानी कम करना चाहता हूं, जो संघर्ष कर रहे हैं।
त्यागराजन ने ये भी कहा कि मैं वित्तीय सेवाओं के कारोबार में ये साबित करने के लिए आया हूं कि बिना क्रेडिट हिस्ट्री और रेगुलर इनकम वाले लोगों को भी लोन देना उतना जोखिम भरा नहीं है, जितना आमतौर पर समझा जाता है।
बिना क्रेडिट हिस्ट्री देखे ऋण मुहैया कराता है श्रीराम ग्रुप
त्यागराजन ने कहा कि गरीबों को लोन देना समाजवाद का ही एक हिस्सा है। हम कोशिश करते हैं कि लोगों को कम से कम दरों पर लोन मुहैया कराया जाए।
त्यागराजन ने कहा कि हमारा ग्रुप लोन देते समय कभी भी ये नहीं देखता कि ऋण लेने वाले का क्रेडिट स्कोर क्या है? रिपोर्ट्स के अनुसार श्रीराम समूह लोन देने से पहले ग्राहकों का CIBIL नहीं चेक नहीं करता है।
1937 में पैदा हुए, 1974 में शुरू की कंपनी
आर त्यागराजन श्रीराम समूह के संस्थापक हैं। उनका जन्म 25 अगस्त, 1937 को चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) में हुआ था। उन्होंने अप्रैल, 1974 में श्रीराम समूह की नींव डाली थी। उनके साथ सहसंस्थापक के रूप में एवीएस राजा और टी. जयरामन भी जुड़े थे। शुरुआती दौर में समूह बतौर चिटफंड कंपनी काम करता था,
लेकिन धीरे-धीरे कंपनी ने ऋण और बीमा कारोबार में भी कदम रख दिया। श्रीराम फाइनेंस भारत की प्रमुख नन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी (NBFC) है। श्रीराम समूह कई तरह के ऋण और बीमा से जुड़ी सेवाएं उपलब्ध कराता है। वर्ष 2013 में भारत सरकार की ओर से त्यागराजन को पद्मभूषण नवाजा गया था।
श्रीराम समूह में एक लाख से अधिक लोग करते हैं काम
वर्तमान में श्रीराम समूह में 1 लाख 8 हजार कर्मचारी काम कर रहे हैं। इसकी सबसिडरी कंपनियों में श्रीराम फाइनेंस, श्रीराम हाउसिंग फाइनेंस, श्रीराम जनरल इंश्योरेंस, श्रीराम इनसाइट, श्रीराम फॉर्च्यून, श्रीराम एएमसी, श्रीराम वेल्थ और श्रीराम प्रॉपर्टीज शामिल हैं। त्यागराजन का कहना है कि वे बाजार की तुलना में अपने कर्मियों को कम पैसे देते हैं,
क्योंकि उनका मानना है कि अपने आसपास के लोगों से पैसे के मामले में प्रतिस्पर्धा नहीं करनी चाहिए। एक व्यक्ति के तौर पर यह सही नहीं होता है। आपके पास इतना पैसा होना चाहिए जिससे आपकी सारी जरूरतें ठीक से पूरी हो सके।